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Geet

सासक विदेसिया रे
तोहरे करन्वा मधेशिया मरै ये आइ  ।
सासक विदेसि रे
सासक विदेसि रे
तोहरे करन्वा मधेशिया मरै ये आइ  ।


पहिले आइबके कहलौ बौवा हम करबौ तोरे नोकरी
भोट मँगैतकाल पैर प खैसक कइले बहुते चाकरी
साँझ परैतकाल बाट बिसरले हो
साँझ परैतकाल बाट बिसरले
करबै छे आब खेख्नी ,तुहे निसोखिया रे
कते दिन तक करबौ तोरे ले हम कमाइ
सासक विदेसि रे
तोहरे करन्वा मधेशिया मरै ये आइ  ।


घरमे परहल बेटा हमर बनल एत परदेशी
बुढमे भुख आस हरायल देसक चिंता बेसी
पोतापोती हकन कनैय हो...
पोता पोती हकन कनैय
पुतौहुवा अपने घरमे बनल विदेशी
कि सुनु निसोखिया रे
ठोर पर उरै छै फुफरी आइ
सासक विदेसि रे
तोहरे करन्वा मधेशिया मरै ये आइ  ।

दिनेश रसिया लहान

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