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लागय प्रित आँहासँ

लागय प्रित आँहासँ
दिलमे जरल य दीप आहाक
मोनमे उठैय बहुतो सबाल
किया जुरल य नेह आहासँ

सागरमे किये तरङ्ग उठैयमनमे किये हिलोर मारैय
जेठक इ दुपहरीमे
काश्मिरके सरदी मन परैय


नैन आहाके सुनैयन लगैय
अहिक नजैरसँ दुनियाके हर रङ्ग देखैय
बिना आहा दुनिया अन्हार लगैय
पापी पेटक सवाले छोइर एलौ आहाके
मुदा अहिके मुुश्कीमे हमर प्राण बसैय

हमर खुशी हसैत रहैछि आहा
हमर आङ्गुर पकैर आगा बढबै छि आहा
नेहक दु कौर अहि खुवेलौ पहिले
जगमे भगवानोसे पहिले अबैछि आहा

माँ आहा जग छि
जगतक आधार छि
सबहक विश्वास छि
जीवनक गुणाधार छि
माँ आहा भगवान छि
हँ मा भगवाण छि हमर लेल आहा........

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