Powered by Blogger.
+++गजल+++
बीत बीत पर पाप एत, डेग डेग पर काँट छै ।
बौका बन्ल लोग सब, जोरगरहेके साँठघाँट छै ।
बेलन, लेहिया औ कराही चुल्हीपर अडयौने
भुखल दुल्ही नै बिछौने ताइक रहल बाट छै ।
झुल्नी पर चिलहारैत चिल्का, सापुत नै मुहके
दु–टघार दुध लेल मायक छाती खोँट छै ।
सुलीपर टाङगल चिरै तोइर रहल बपरहाइर
जानक मोजर किछु नै सब किछु बनल नोट छै ।
आब रसिया करतै कि कोनो जोगार
बीच घरमे भीत बनल भायक एगो फाँट छै ।
दिनेश रसिया २०७३–११–१२

+++गजल+++

+++गजल+++
हमरे चिताक आइगमे अपन गहना बना लिहे ।
नेहक भिजल नोरसं अपन हृदय कना लिहे ।

हमर एके सेहन्ता खुब राज करै तू
छातीप भला राइख हमर ना जना लिहे ।

हमर सिनेह बाँतर हौ तोराले जखन,
तुलसीक गाछ रोपल हमर सारा खना लिहे ।

पागल छियौ कम तोहर नेहक फिराकमे
परती परल मोन कनी कादो सना लिहे ।

पिपलके निचा फेकल दुलफीके फूलसन
भिजौ जखन भितर आब मोनके मना लिहे ।

दिनेश रसिया
२०७३–११–११