सब दिन सुनलौ अपन देशमे गन्दगी भरल छै
आइ पता चलल कि देश हमर ई बन्हकी परल छै ।
सबठाँ लगैछै मीता हरियर कंचनसन
मुदा एखनोधरि मधेशके मन जरल छै ।
गरिब निसहाय एखनो दिन कटैछै कानि-कानि
मुदा देशक नेताके खाली जेबी भरल छै ।
हक अघिकारके हनन त बीत बीत पर छै एहिठाँ
चस्मा खोलिक' देखबै त पता चलत जे सबहक मोने सडल छै ।
अपन मातृभाषा व मातृभूमिक बचाबै लेल निकैल चुकल छै रसिया
तें त एकर नाम एहि दुनियाँमे पागल रखल छै ।।
2072/9/28 saugat fm lahan
2072/9/28 saugat fm lahan
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