Powered by Blogger.
Home » » लिप्रेक (यथार्थ)

लिप्रेक (यथार्थ)



ओ ः मर एमहर कत यौ ?
हम ः नै ओहने .....बहुत दिनक बाद देखै छि.... कखन एलौं ?
ओ ः आइये .....सुनुन
हम ः हँ कहु...
ओ ः फिलम देखलियै ?
हमः कोन ? नयाँ बला
ओ ः हँ
हम ः हं अहुँ देख (बिचेमे)
ओ ः हमरो आइन दिय ?
हमः रुम पर जाउ ललेब ।
ओः नै हमर रुमपर ने ने आउ ।
हमः अच्छा हेतै काइल आइन देब । एमहर कत तक?
ओ ः तरकरी नै छै कि खेबै सेहे ....आहा कत एफ एम दिस ?
हम ः नै साइकल टुइट गेलै से बनाबै लेल तहन एफ एम जायब ।
ओ ः हेत्तै तहन जाउ....
हम ठिक छै ।
.......................किछ देर बाद...............
ओ ः ने बनल साइकल ?
हमः काहाँ बन्लै आब बैन जेतै ।
ओ ः अते पुरान साइकलमे कि लगानी करैत रहै छियै, नयाँ ललेब से नै ?
हम ः पुरान भेलै तहन कि , प्रेम नै ने कम भेलै ?
ओ ः घरवाली छी से ?
हम ः नै मुदा कमो नै ।
 हा हा हा हा हा
ओ ः रुम जाइ छि
हम ः हेतै ।............ ओना कनि मोटा गेल्यै ?
ओ ः अहिके यादमे ?
हम ः साँचे ?
.......(मात्र चैवनिया मुस्कान..... आर ....बुझु स्वर्गक आनन्द)......
2072/9/7/4
दिनेश रसिया लहान सिरहा नेपाल
नोट ः सुघारके पक्ष देखाइब जरुर ।

0 comments:

Post a Comment