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लिप्रेक (यथार्थ)

लिप्रेक (यथार्थ)
ओ ः मर एमहर कत यौ ? हम ः नै ओहने .....बहुत दिनक बाद देखै छि.... कखन एलौं ? ओ ः आइये .....सुनुन हम ः हँ कहु... ओ ः फिलम देखलियै ? हमः कोन ? नयाँ बला ओ ः हँ हम ः हं अहुँ देख (बिचेमे) ओ ः हमरो आइन दिय ? हमः रुम पर जाउ ललेब । ओः नै हमर रुमपर ने ने आउ । हमः अच्छा...

गीत

गीत
गीत कि बतैयौ तोरा भैया हौ अत्याचार भ गेलै अपने इ घरमे, मधेसी उपरमे गोलीके बौछार भ गेलै कि बतैयौ तोरा भैया हौ अत्याचार भ गेलै ।। गेलै बुधना भोरे हौ ,भैया अधिकारक जोगार मे हौ भैया अधिकारक जोगार मे । बैसलै छेलौ निर्दय कसैया मौका के तलासमे हौ भैया मौकाके तलासमे सबकोइ...

गीत

गीत
जीन्गी छै ब्याकुल बनल परिवारके बिना सगर संसारमे हल्ला छै यौ मिता नेपाली मरैछै एत अन्न पाइनके बिना ।। निन्द नै अबैये प्रिय प्राणनाथके आसमे लहुवेल चिलका कनैये दुधक तलासमे मुदा छुछे हाथ फक्का कोना मारी घरमे परल छै लास हुन्कर , अपना कौर उठाबी कोना सीप उजरल छै...

मिथिला स्टुडेन्ट युनियन नेपालक पहिल बैसार समपन्न

मिथिला स्टुडेन्ट युनियन नेपालक पहिल बैसार  समपन्न
आइ लहानक पशुपति आदर्श  उच्च मा. वि. मे सम्पन्न मिथिला स्टुडेन्ट युनियन नेपालक पहिल बैसार बहुत उत्साहपूर्ण रहल । सन्थााम अध्यक्ष दिनेश रसियाकृ अध्यक्षतामे समपन्न भेल जाहिमे नारायन मधुशाला, रितेश मैथिल,हृदय नारायण यादब, गायत्री सिंहा, सृजना गजमेर,अर्जुनप्रसाद...

गीत

गीत
सब बीत गेलैय दिन सुख चैन लेलक के छिन जिन्दगीमे बिना अहाके पहाड भेलै जियल.... सब बीत गेलैय..... बितल जेठक गर्मी उडल ठोरक नर्मी साथ अहाके बिन साजन तरपैये पाइन बिना मछरी सब बीत....... सावनमे नचै कोना मोर चर्कैय हिया बरी जोर मुदा रुसल सजना तकैयेने हमरा ओर सब...

केहन जमाना आइब गेल

केहन जमाना आइब गेल
केहन जमाना आइब गेल दिनेश रसिया सीताके इ पवित्र भूमि,बुद्धक कहाबे पावन धाम । घर घर जत तिलकोर तरैये,गाछमे लटकल मिठगर आम । सुरबीर जै धरतीके बेटा,बुघिमानीके बढका बगान । लोरिक, दिनाभद्री, सलहेश सन राजाके जत नित हैय गुनगान । मुदा लगैये सब किछ हेरागेल, धरम हराके...

हम पत्रकार

 हम पत्रकार
 हम पत्रकार               दिनेश रसिया हम छि एकटा पत्रकार न्याय दिलाबके लेने छि भार जकर महिमा रहल अछि अपार मुदा तैयो किया मरैत अछि पत्रकार कहाबै छि हमहि देशक तेसर आईख लगाक सूर्यपंखी घोराक पाईख अन्याय निकाली हमसब ताईक...

विवाह

विवाह
विवाह विवाह                              दिनेश रसिया विवाह दु गोट आत्माके मिलन अछि नव वर बधु जैहमे परैत अछि जन्मल संसार छोईर सासुर बैस जाईत अछि लेकिन भगवान बेटिये के किये इ दिन देखाबैत...

माथ पर बाइन्ह लेने कफन

माथ पर बाइन्ह लेने कफन
रै साँस छै अपन विस्वास छै अपन तब किये डरै छे माथपर बाइन्ह लेने कफन ।। चौरी अपन चाँचर अपन खेत खलिहान अपन हुल्सैत विहान जे देख्ली स्वपन अइमे हमर गुनाह कि जे माइग लेली अधिकार अपन टुइट नै जाइ सासन तै माइर देलक आदमी छप्पन मुदा तो डरै किये छे माथ पर...

हुन्कर विचार छाइन

हुन्कर विचार छाइन
हुन्कर विचार छाइन जे  हम हुन्का जरे भाइग जाइ कियाकि ओ हमरा सं लभ करै छैत आ हमरा विना नै जिब सक्ती मुदा उन्कर कि हेतैन  जे हमरा जन्मे से लभ करै छैथजे हमर हर पलमे खबैर रखलैथअपना नैहियो खाक हमरा खुवेलैथअपना धिपल रौदमे जैइर कहमर लेल सिनेहगर छहाइर मंगौलैथजेक्रा...

माय हमर बिमार छैन

माय हमर बिमार छैन
हेरा गेल आइखक निन डुइब गेलौ हम नोरक सागरमे सुइध बुइध किछ काम नै लागलपेनकिलर खेनाइबेकारटपकैत नोररुकबाक आश नैअपन मनपर आनेविश्वास नैसाझे फोन आयल छलगाम संपत्ता चलल जे  माय हमर बिमार छैनआ हालत बड खराब छैन....

गजल

गजल
आइ बड दिन बाद  लागल य  निनमे जागल रहै छि कखनो कम कखनो बेसी मुदा अपने दुख स बहुत बेपिर भठनका जेना अपनजिनगीकेबितल पल सब याद करैतमधुमासमे सुखायल रहै छिहमर इ दुखमे साथ त बहुत निभेलकआ बहुतोकेअपन केमराबाला मोबाइल लफोटो खिचबामे बेस्त देखै छि...

किये बन्लौ निठूर

 किये बन्लौ  निठूर
जाइ छी आहा हमरा स बड दुरहमर सपना कके चकनाचुरहे हमर प्राणप्रिय आहाले फूल बन्लौमुदा आहा हमरा ले किये बन्लौ अते निठूर ।। सँग सँग चलब बहैत छलौहमर मनमे रहब बजैत छलौआइ किये एना आहा बिरान भेलौहमरा स अतेक दुर चैल गेलौहमरा केलौ किया अते मजबुरआहा हमरा ले किये बन्लौ...

लागय प्रित आँहासँ

लागय प्रित आँहासँ
लागय प्रित आँहासँदिलमे जरल य दीप आहाकमोनमे उठैय बहुतो सबालकिया जुरल य नेह आहासँ सागरमे किये तरङ्ग उठैयमनमे किये हिलोर मारैयजेठक इ दुपहरीमेकाश्मिरके सरदी मन परैय नैन आहाके सुनैयन लगैयअहिक नजैरसँ दुनियाके हर रङ्ग देखैयबिना आहा दुनिया अन्हार लगैयपापी पेटक...

Geet

Geet
सासक विदेसिया रे तोहरे करन्वा मधेशिया मरै ये आइ  । सासक विदेसि रे सासक विदेसि रे तोहरे करन्वा मधेशिया मरै ये आइ  । पहिले आइबके कहलौ बौवा हम करबौ तोरे नोकरी भोट मँगैतकाल पैर प खैसक कइले बहुते चाकरी साँझ परैतकाल बाट बिसरले हो साँझ परैतकाल बाट बिसरले करबै...

बेटीके करुण पुकार

बेटीके करुण पुकार
माय गे तोहे किया हमराले कसाइ बनल छि हम त किछो नै कहलयौ तोरा तैइयो किये पराइ बनल छि । भगवानक रचना इ सुन्दर संसार छै इष्ट मित्र लग हमरे भेदभाव छै हम अपने नै बन्लयौ ओहन भगवान के आदेश तोइर बताह बनल छि हम त किछो नै कहलयौ तोरा तैइयो किये कसाइ बनल छि । संसार...

अटकन मटकन

अटकन मटकन
अटकन मटकन धेले चटकन नेपालमे संविधान फरे मधेशी जनता भुखे मरे से जनता के नाम कि मुर्ख मधेशी, इंडियन धोत्ती नाम देलक निरङ्कुष  सासक विदेशी मुदा हेतै फेर सोन सन बिहान हमहु बनब एत महान सँग चलु आँहा हम कि करब असगर बाजु बौवा नब घर लेब कि पुरान घर दिनेश रसिया लहान...

अजब सरकार गजब हडताल

अजब सरकार गजब हडताल
सोनक टुकरी देश हमरसे फसल आइ बिच भवँर के लगायत एकरा पारदेख चलती एकर पिटे जनता कपार हम नचै छि अपने ताले ओ नचैय अपने तालशान्तिके अहि देशमे अजब सरकार आ गजब हडताल ।। नजैर अगाडीमे हुवे नै खोकी झुठे एत कुकुरसन भुकीक्यो करैये रासन चोरी कक्रो घर रोटियेले दुखी  कतौ...
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मन खुुशी नयन अश्रुधार

मन खुुशी नयन अश्रुधार
बड स्नेह सं ओक्रा लगेलियै अपन खुन सं ओक्रा सिचलौ गाछी धिरे धिरे बरह लागल फल लागल फूल लागल, आम जेका मोजराय लागल मुदा हाय रे हमर भाग जैन कपारे छल फुटल मोती जेका रहल हमर  सब पाइत टुटल फल तोरा गेलौह जखन तखने चोरबा सबटा खा गेलौ ।। अखन अपने बारीमे पाकल य फल मोल...

दिनेश रसिया

दिनेश रसिया
की कहू&nbs...

फोटो

फोटो
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मैर रहल मधेशी, जैर रहल मधेश

मैर रहल मधेशी, जैर रहल मधेश
मैर रहल मधेशी, जैर रहल मधेश  हरा रहल अपन भाषा हरारहल अपन भेष । टुइट रहल अपन अधार, छिना रहल य अपन प्रदेश  मैर रहल मधेशी, जैर रहल मधेश ।। हर घरके खुशहाली भाइग रहल य घुराक घर लाब खुशी जनता जाइग रहल य शिर कटे चाहे बहे खुनक धार हम मधेशीके एके ललकार बड...

औंरीे पर गनल पबनी

औंरीे पर गनल पबनी
कतेक छोट अछि जीन्दगी तैमे औंरीे पर गनल अछि पबनि साउनमे आयल नाग पञ्चमी गोबर सं घर आङ्गन निपेली नब बासनमे बनैये दुध लाबा मन्तर पढैय धामी बाबा राइत भैर करैय साँप धङ्ग्नी औंरीे पर गनल अछि पबनि ।। चौबिस दिन बाद अछि रक्षाबन्धन कच्चा धागामे अछि बहुते दम भाइ बहिनके...

तरकारी स्कूल

तरकारी स्कूल
आलु भन्टा स्कूल गेलैइऽ बोइकऽक नमहर झोरा सुथनी भैया थपरी बजाक स्वागत केल्कै ओक्रामुररै भैया खिस्सा कैहऽक सबके हसेलकसजमैन, कदिमा ,टमाटरके भुँइयामे बैठेलक कखहरबा परहैत बड दुरऽसं खिरा दिदी एलैन मिरचाइ रानी सबाल कैरके करुऽ खुब लगौलैन करैलाऽजी बड खुरलुची मास्टर...

पुलिसबा जनताके मारैय गोली ।

पुलिसबा जनताके मारैय गोली ।
बैसाखमे भेलौय लक्ष्मी पुजा अषाढमे भेलौय होली दुुनिया त आब उलटे चलौय पुलिस जनताके मारैय गोली गल्ती अइमे पुलिसके एको नै गे दाइ अपने चिन्हल नेतबा सब एत बनल छै कसाइ चैतमे जा के सैज रहलय कोहबरके रंगोली दुुनिया जैन उलटे चलौय पुलिसबा जनताके मारैय गोली ऊ बीस...
आइ फेर परलै पाइन सौंसे खेत दहा गेलै आइ फेर भेलै जमघट आ अपन माँग हेरा गेलै मन त हमर बड खुस भेल अपन अघिकार माँगैतद देख क मुदा हमर घरक दिपक जैन फोकटमे आइ हेरा गेलै । । साँस चलत जब तक               ...

बाल कविता

बाल कविता
लौकहा लौकही गेल बजारलौकही खसल धेले बजारलौकहा बोलल कि भेलैन लौकही कहलौन बौवा भेलैनलौकहा बाजल कि सब लेबलौकही बजली हौसली लेबगेलैन दरभंगा केलौन सृङ्गारबौवा लके चलल अपन बाबा दुवार i...

दुुनुु बेटा त अपने केकरा लके किरिया खाउ ?

दुुनुु बेटा त अपने केकरा लके किरिया खाउ ?
लोग कहैये कि भेलौ वे कथिले तुुं छे उदास दुुनियाके खुुशी तोरे लग छौ सब किछुु छौ तोरे पास हरदम तोहे आस करै छे सब पर तो बिस्वास करै छे किछो ने तोहरसे अलग छौ, बाज ने गे किये चुप छे तों मुदा हम कि बाजु ? आ कत जाउ दुनु बेटा त अपने केकरा...
फेर हेतै नबका सुरुजफेरो हेतै चानमिथिलोके आजादी मिलतैहेतैय उगना भगवानधानसं भरल खेत हेतैकेकरो नै भुखल पेट हेतैसबकियो रहतै मिल्जुइल क सासन करबला नै कोनो सेठ हेतैजाइत जाइतमे बिभेद नै रहतैधरमके नामपर ऐब नै रहतैहम बरका तो छोटका छें रौमिथिलामे एहन फरेब नै रहतैनन्हको...

आहा महान छि

आहा महान छि
हमर जान अहि ,हमर प्राण अहि हमर पूजा अहि, हमर पाठ अहि दुनिया चाहे हमर आब किछो कहे  हमर दुनियाक चाँन अहि भगवान अहि । जे आइ जाइग गेल ओ बस आहा छि जे आउर के जगेलक ओ आहा छि डिबियाक टेमी खतम होइते छल अपन सोनित द फेर जागृत केलौह ओ आहा छि । सत्ताधारी सब बड सोसन...

होसियार नेता जी !!!

होसियार नेता जी !!!
यौ नेता जी, आहा बड बुद्धियार छि ।। हम आहा सं मांगैछि अपन अधिकार आहा दै छि हमरा जुत्ता लात हमहु त अहिंसन छि, ओ ललका फल देख भुला जाइ छि मुदा बिसैर जाइ छि कि     अहिसे पहिले देलहा फल छल महकारी            देखैमे...
आहा बढैत चलु हम साथ छिहमहु अहि जका अगुवायल छिसंघर्ष करै अबै छि हमहु तहिये संजहिया सं आहा अधिकारले गरमाइल छिह. सही कहे छि आहा बढैत चलु हम साथ छि रौद हुवे या बतास हुवेचाहे अहिलेल हमर प्राण्क आहुति लियेम्दा हम आब लडैत रहबचाहे कियो कियाक ने जरैत रहेआहा भोर बैन...
लगैये हमरा बैट गेलैय धर्ती बैट गेलै अस्मान भिन भगेलै दुनु बेटा माइ अपन बैन गेलै विरान लगैये हमरा बैट गेलैय धर्ती बैट गेलै अस्मान । । केकर भुँभुँर आइग तपब आब साँझमे बैठब केकर दलान देखु लोभी बौगला अछि ध्यान लगौने जाइन नै कखन लेता सिंही मुङग्रीके जान लगैये हमरा बैट...

प्राकृति आ प्रम्पराप्रति प्रेम, सद्भावक प्रतीक पावैन “मधुश्रावणी”

“साउन माँस विसहरी उगल नव चाँद” “ राम घरे–घरे विषहरी लेली प्रवेश” “ छोटी अँगनमा विषहरी बहुत पसारी ऽ ” “ राम ताही अङगनमा  विषहरी खेलै जुवासारी” जेहन मैथिली कर्णप्रिय लोकगीत सबसँ एखन मिथिलाक  घर आँगन सोहाओन भ रहल अछि ।      विशेषक...
आइ फेरो भेल मुलाकात सचके झुठ सं छावंके धुपसं देखते मुह घुमालेलैन ओ झाइप लेलैन अपन अचराके छोर सं मुह छल झापल आइख उघारे नैन छल भरल नोरसं तडैप गेलौह हम मुदा मन कहलक नै कनु आहा ओ नेह लगौलैन केकरो औरसं ...
कि कहि विधिके लिखनाएकर लेखजोख नइहमरे घर छेल बनल भोजहमरे पत्ता भात नइ जिव छल हमरेहमरे छल प्राणहमरे चावल हमरे धानदुरामे राखल छल माछ, पान मखानमुदा हमरे भेल खोज नैहमरे घर छेल बनल भोजहमरे पत्ता भात नइ समाजक रीत देख मन छछनाइ येदेख मुरुख सन व्यवहार बुइध हेराइयेकहैये...
रङ्ग देखलौ, रुप देख्लौ जाडमे निक धुप देखलौ देस देखलौ बिदेस देखलौ केहन केहन भाषा भेष देखलौ इष्र्या देखलौ द्धेष देखलौ झुठक प्रवेश देखलौ साथ देखलौ घात देखलौ भाइ भाइमे प्रहार देखलौ रौदी देखलौ दहार देखलौ आइगलगीके संसार देखलौ भू–कम्प देखलौ पिडित जनता देखलौ पल भैरमे...

के पाएँ मैले

के पाएँ मैले
परिवारमा थिए म कान्छा कान्छै भन्थें सबैले माया पाउँथे सबैको माया गर्थे सबैले खुसी थिए म आज कान्छा आउने कुराले मनमा कहिकतै टुसा पलायो र पालन थालेआशा मैले मनमा डर पनि लाग्थ्यो फेरी आमा बुवाको भर पनि लाग्थ्यो फेरी मनमा कता कता इष्र्या पनि हुन्थ्यो माया...

हमर बिचार

हमर बिचार
जन्ता किये अत बन्ल लाचार भुइल गेल सब सिस्टाचार सब कुछ अइछ एत खराब आब कि कहु हम अपन बिचार नेता अइछ कुर्सीमे झुल्ल जन्तासब बिरोधमे भुलल घुसखोरके दैय हकार आब कि कहु हम अपन बिचार विद्यार्थीके किताब नै पुगैय गरीब सबके भात नै पुगैय शोषित सबके हात नै पुगैय मिली...

१८. सिनेहिया बेदर्दा

१८.            सिनेहिया बेदर्दा
गामक सिमान पर नित भेटैतछेलौ एक दोसराके दर्द बुझबैत छेलौ आइखमे नोर नै देखैत छेलौ नइ जाइन केकर लागल नजर सिनेहिया बैनगेल बेदर्दा हमर । मनक बात कोइ नई जनैत अछि सब कियो जाइत धर्मलेल मरैत अछि धध्कल अइ आइगे सिनेहिया जरैत अछि अहिमे जइर गेल करम हमर सिनेहिया बैनगेल बेदर्दा...
प्रित में हमरा अहाँ,किए ऐना बर्बाद करै छी, नै हमरा सँ बात करै छी, नै हमरा अहाँ याद करै छी! गीत दिनेश रसिया     आहाक सगेँ जियब हम सगेँ मरब यौ मीत ,  गायब मिथिलाकेर गीत गायब मिथिलाकेर गीत ।।  जिyब सगेँ हम पोखरी महार पर...
आहा लेल जान ददेब हम  दिनेश रसिया आहाके प्रेम मे जान ददेब हम  आहा खातिर अपन प्राण ददेब हम  आहा जन्म देलैह जै भूमि पर माँ  ओ भूमि लेल जहान ददेब हम  सात समुन्दर पार कि रिस्ताके खातिर धनक दिवार की  अपन घर बचाबके लेल क्षण भैरके प्यारके  आ...

आशा

आशा
आशा दिनेश रस...

जाउँ नेता जी जाउँ

 जाउँ नेता जी  जाउँ
आउनुस नेता जी सगैँ जाउँदाल भात भेटेन, मागेर खाउउतसव मनाउला संविद्यान पछि पहिला आफना कुचरित्र जलाउकहिले खाने चिकेन कहिले पलाउमाथि माथि धेरै बसियोजाने अब तलाउबुलेट प्रुफ गाडी त भेटदैन अबचढौँ अब कुकुर गाडीमै ज...

--होली विशेष गीत--

--होली विशेष गीत--
Vidyanand Bedardi ...

महिलाको पत्रकारितामा सक्रियता बढ्दै

महिलाको पत्रकारितामा सक्रियता बढ्दै
जया सिंह तालिममा सहभागी महिला पत्रकारहरु । लहान । जनकपुरमा महिला पत्रकार उमा सिंहको हत्या पछि तराई मधेशमा महिला पत्रकार संख्यामा कमि आएको थियो । केही समय देखि त्यो संख्यामा वृद्धि भइरहेको छ । प्रत्येक शहर बजारमा रेडियो, पत्रपत्रिकाको  प्रसारण...