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Posted by dinesh rasya
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परदेशी अइछ इ जीवन
परदेशी अइछ इ जीवन कुछ कुछ बदलल बदलल कुछ कुछ परेसान कुछ सोचमे डुबल कुछ कुछ निरास शरीर स दुर मुदा मनसे आहाके पास कुछ सहज कुछ खास घरक याद स...
गजल
गजल ==== ओकरा ताकैत रही हम आ ओ ताकैत रहे हमरा । छुछे अपसियात रही झामर भगेल देहक चमरा । एक त बर्ष दिनके पाबैन उपरसं फुलवारीक भीड फुलमे...
(no title)
केहन जमाना आइब गेल
केहन जमाना आइब गेल दिनेश रसिया सीताके इ पवित्र भूमि,बुद्धक कहाबे पावन धाम । घर घर जत तिलकोर तरैये,गाछमे लटकल मिठगर आम । सुरबीर ज...
फोटो
प्राकृति आ प्रम्पराप्रति प्रेम, सद्भावक प्रतीक पावैन “मधुश्रावणी”
“साउन माँस विसहरी उगल नव चाँद” “ राम घरे–घरे विषहरी लेली प्रवेश” “ छोटी अँगनमा विषहरी बहुत पसारी ऽ ” “ राम ताही अङगनमा विषहरी खेलै जु...
(no title)
प्रित में हमरा अहाँ,किए ऐना बर्बाद करै छी, नै हमरा सँ बात करै छी, नै हमरा अहाँ याद करै छी! गीत दिनेश रसिया आहाक सगेँ ...
====चान====
+++++कविता ++++ ====चान==== चान अधहो निक चान पुरो निक चान हमरो निक चान तोरो निक चान चाने छियै चान आने छियै चान पिरीमे राखल सब भगवाने...
Geet
सासक विदेसिया रे तोहरे करन्वा मधेशिया मरै ये आइ । सासक विदेसि रे सासक विदेसि रे तोहरे करन्वा मधेशिया मरै ये आइ । पहिले आइबके कहलौ ...
गीत
पियाजी बसै छैथ जाके बिदेश दुर्गति कहु कोना भेजु सनेश पिया जीबसै छैथ ...... पापी पपिहा तन मन झक्झोरै पियाके शब्द सुनअ मन हिलकोरै...
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