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गीत

गीत
स्वार्णिम युग निर्माण करअ लेल, डेगआगा बढाउ मिता । इतिहास बनत अपनैह रचने, गीत एकैहटा गाउमिता । सीता सलहेश और अयाची नाम धरा आगा बढू । अपनैहजलू, अपनैह तपू अपनैहसं स्वर्ण सिंहासन गढू । छि रथ अहाँ मिथलेशके से जनजनके बताउमिता  । सागर अहिकेर पाउमे, हिमालयके...

गजल

गजल
गजल ==== ओकरा ताकैत रही हम आ ओ ताकैत रहे हमरा । छुछे अपसियात रही झामर भगेल देहक चमरा । एक त बर्ष दिनके पाबैन उपरसं फुलवारीक भीड फुलमे भरल सुगन्ध अनेक लौटैत देखलौ भँवरा । सिखल सिखायल नै देखल देखायल रुप हुन्कर पछवरिया हावा देखैते लागल खटगर अमरा । बाह्र बिध्हाक...
+++गजल+++ बीत बीत पर पाप एत, डेग डेग पर काँट छै ।बौका बन्ल लोग सब, जोरगरहेके साँठघाँट छै । बेलन, लेहिया औ कराही चुल्हीपर अडयौनेभुखल दुल्ही नै बिछौने ताइक रहल बाट छै । झुल्नी पर चिलहारैत चिल्का, सापुत नै मुहकेदु–टघार दुध लेल मायक छाती खोँट छै । सुलीपर...

+++गजल+++

+++गजल+++
+++गजल+++ हमरे चिताक आइगमे अपन गहना बना लिहे । नेहक भिजल नोरसं अपन हृदय कना लिहे । हमर एके सेहन्ता खुब राज करै तू छातीप भला राइख हमर ना जना लिहे । हमर सिनेह बाँतर हौ तोराले जखन, तुलसीक गाछ रोपल हमर सारा खना लिहे । पागल छियौ...