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अटकन मटकन

अटकन मटकन
अटकन मटकन धेले चटकन नेपालमे संविधान फरे मधेशी जनता भुखे मरे से जनता के नाम कि मुर्ख मधेशी, इंडियन धोत्ती नाम देलक निरङ्कुष  सासक विदेशी मुदा हेतै फेर सोन सन बिहान हमहु बनब एत महान सँग चलु आँहा हम कि करब असगर बाजु बौवा नब घर लेब कि पुरान घर दिनेश रसिया लहान...

अजब सरकार गजब हडताल

अजब सरकार गजब हडताल
सोनक टुकरी देश हमरसे फसल आइ बिच भवँर के लगायत एकरा पारदेख चलती एकर पिटे जनता कपार हम नचै छि अपने ताले ओ नचैय अपने तालशान्तिके अहि देशमे अजब सरकार आ गजब हडताल ।। नजैर अगाडीमे हुवे नै खोकी झुठे एत कुकुरसन भुकीक्यो करैये रासन चोरी कक्रो घर रोटियेले दुखी  कतौ...
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मन खुुशी नयन अश्रुधार

मन खुुशी नयन अश्रुधार
बड स्नेह सं ओक्रा लगेलियै अपन खुन सं ओक्रा सिचलौ गाछी धिरे धिरे बरह लागल फल लागल फूल लागल, आम जेका मोजराय लागल मुदा हाय रे हमर भाग जैन कपारे छल फुटल मोती जेका रहल हमर  सब पाइत टुटल फल तोरा गेलौह जखन तखने चोरबा सबटा खा गेलौ ।। अखन अपने बारीमे पाकल य फल मोल...

दिनेश रसिया

दिनेश रसिया
की कहू&nbs...

फोटो

फोटो
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मैर रहल मधेशी, जैर रहल मधेश

मैर रहल मधेशी, जैर रहल मधेश
मैर रहल मधेशी, जैर रहल मधेश  हरा रहल अपन भाषा हरारहल अपन भेष । टुइट रहल अपन अधार, छिना रहल य अपन प्रदेश  मैर रहल मधेशी, जैर रहल मधेश ।। हर घरके खुशहाली भाइग रहल य घुराक घर लाब खुशी जनता जाइग रहल य शिर कटे चाहे बहे खुनक धार हम मधेशीके एके ललकार बड...

औंरीे पर गनल पबनी

औंरीे पर गनल पबनी
कतेक छोट अछि जीन्दगी तैमे औंरीे पर गनल अछि पबनि साउनमे आयल नाग पञ्चमी गोबर सं घर आङ्गन निपेली नब बासनमे बनैये दुध लाबा मन्तर पढैय धामी बाबा राइत भैर करैय साँप धङ्ग्नी औंरीे पर गनल अछि पबनि ।। चौबिस दिन बाद अछि रक्षाबन्धन कच्चा धागामे अछि बहुते दम भाइ बहिनके...

तरकारी स्कूल

तरकारी स्कूल
आलु भन्टा स्कूल गेलैइऽ बोइकऽक नमहर झोरा सुथनी भैया थपरी बजाक स्वागत केल्कै ओक्रामुररै भैया खिस्सा कैहऽक सबके हसेलकसजमैन, कदिमा ,टमाटरके भुँइयामे बैठेलक कखहरबा परहैत बड दुरऽसं खिरा दिदी एलैन मिरचाइ रानी सबाल कैरके करुऽ खुब लगौलैन करैलाऽजी बड खुरलुची मास्टर...

पुलिसबा जनताके मारैय गोली ।

पुलिसबा जनताके मारैय गोली ।
बैसाखमे भेलौय लक्ष्मी पुजा अषाढमे भेलौय होली दुुनिया त आब उलटे चलौय पुलिस जनताके मारैय गोली गल्ती अइमे पुलिसके एको नै गे दाइ अपने चिन्हल नेतबा सब एत बनल छै कसाइ चैतमे जा के सैज रहलय कोहबरके रंगोली दुुनिया जैन उलटे चलौय पुलिसबा जनताके मारैय गोली ऊ बीस...
आइ फेर परलै पाइन सौंसे खेत दहा गेलै आइ फेर भेलै जमघट आ अपन माँग हेरा गेलै मन त हमर बड खुस भेल अपन अघिकार माँगैतद देख क मुदा हमर घरक दिपक जैन फोकटमे आइ हेरा गेलै । । साँस चलत जब तक               ...

बाल कविता

बाल कविता
लौकहा लौकही गेल बजारलौकही खसल धेले बजारलौकहा बोलल कि भेलैन लौकही कहलौन बौवा भेलैनलौकहा बाजल कि सब लेबलौकही बजली हौसली लेबगेलैन दरभंगा केलौन सृङ्गारबौवा लके चलल अपन बाबा दुवार i...

दुुनुु बेटा त अपने केकरा लके किरिया खाउ ?

दुुनुु बेटा त अपने केकरा लके किरिया खाउ ?
लोग कहैये कि भेलौ वे कथिले तुुं छे उदास दुुनियाके खुुशी तोरे लग छौ सब किछुु छौ तोरे पास हरदम तोहे आस करै छे सब पर तो बिस्वास करै छे किछो ने तोहरसे अलग छौ, बाज ने गे किये चुप छे तों मुदा हम कि बाजु ? आ कत जाउ दुनु बेटा त अपने केकरा...