जन्ता किये अत बन्ल लाचार
भुइल गेल सब सिस्टाचार
सब कुछ अइछ एत खराब
आब कि कहु हम अपन बिचार
नेता अइछ कुर्सीमे झुल्ल
जन्तासब बिरोधमे भुलल
घुसखोरके दैय हकार
आब कि कहु हम अपन बिचार
विद्यार्थीके किताब नै पुगैय
गरीब सबके भात नै पुगैय
शोषित सबके हात नै पुगैय
मिली...
१८. सिनेहिया बेदर्दा
Posted by dinesh rasya
Posted on 8:10 PM
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गामक सिमान पर नित भेटैतछेलौ
एक दोसराके दर्द बुझबैत छेलौ
आइखमे नोर नै देखैत छेलौ
नइ जाइन केकर लागल नजर
सिनेहिया बैनगेल बेदर्दा हमर ।
मनक बात कोइ नई जनैत अछि
सब कियो जाइत धर्मलेल मरैत अछि
धध्कल अइ आइगे सिनेहिया जरैत अछि
अहिमे जइर गेल करम हमर
सिनेहिया बैनगेल बेदर्दा...
Posted by dinesh rasya
Posted on 9:19 AM
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प्रित में हमरा अहाँ,किए ऐना बर्बाद करै छी,
नै हमरा सँ बात करै छी,
नै हमरा अहाँ याद करै छी!
गीत
दिनेश रसिया
आहाक सगेँ जियब हम सगेँ मरब यौ मीत ,
गायब मिथिलाकेर गीत गायब मिथिलाकेर गीत ।।
जिyब सगेँ हम पोखरी महार पर...
Posted by dinesh rasya
Posted on 8:46 AM
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आहा लेल जान ददेब हम
दिनेश रसिया
आहाके प्रेम मे जान ददेब हम
आहा खातिर अपन प्राण ददेब हम
आहा जन्म देलैह जै भूमि पर माँ
ओ भूमि लेल जहान ददेब हम
सात समुन्दर पार कि
रिस्ताके खातिर धनक दिवार की
अपन घर बचाबके लेल क्षण भैरके प्यारके
आ...